Not known Factual Statements About बबूल के फायदे और नुकसान
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बहुत लोग अधिक पसीना आने की वजह से काफी ज्यादा परेशान रहते हैं। तो अगर आप भी इस समस्या से ग्रस्त हैं तो बबूल का उपयोग करके देखें। आपको इसका लाभ जरूर मिल सकता है।
जिस व्यक्ति को गोंद से एलर्जी हो, उसे भी इसके सेवन से बचना चाहिए।
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आंखों से अगर पानी बहता हो, तो बबूल के पत्तों का काढ़ा बनाकर शहद के साथ काजल की तरह लगाने से काफी आराम मिल सकता है। बबूल के तने की छाल और बबूल के पत्तों का काढ़ा बनाकर आंखों को धोने से कई तरह की परेशानियां खत्म हो सकती हैं।
पेट के दर्द से आराम पाने के लिए बबूल के फल को भून लें। इसका चूर्ण बनाकर, उबले हुए जल के साथ सेवन करें। इससे पेट दर्द से राहत मिलती है।
इसके अलावा बराबर-बराबर मात्रा में बबूल या कीकर की फली, त्रिफला (आमलकी, हरीतकी, बहेड़ा) तथा व्योष (सोंठ, मरिच, पिप्पली) के चूर्ण लें। इसमें बराबर मात्रा में गुग्गुलु मिलाकर सेवन करें। इससे भी हड्डियों के टूटने की बीमारी में मिलता है।
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आंखो में अगर जलन हो, आंखें लाल हो रही हों, या फिर आंखों में दर्द रहता हो, तो बबूल के पत्ते more info को पीसकर उसे टिकिया के आकार में बना लें और सोते समय आंखों पर लगाएं। इससे काफी आराम मिल सकता है।
बचाव ही सर्वोत्तम सुरक्षा है लघु कथा - bachaav hee sarvottam suraksha hai laghu katha
बबूल के गोंद को घी में तलें। इसे प्रसूति काल में स्त्रियों को खिलाने से शारीरिक शक्ति भी बढ़ती है।